NEEHARIKANJALI
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नीहारिकांजलि डॉट कॉम की लाँचिंग...
July 8, 2011
Friday
न कोई भीड़-भड़क्का, न कोई धूम-धक्कड़, न हाई प्रोफाइल पार्टी, न कोई शोरगल का माहौल और न ही कैमरों की चमाचम फ्लैश लाइट्स। एक क्लिक और खुल गयी हल्के अँधेरे में उजाने का एक नयी दुनिया। आज जब छोटे से छोटे आयोजन के लिये भी तमाम ताम-झाम की ज़रूरत आन पड़ती है, न जाने कितना कुछ प्रायोजित! तब बिना किसी शोर-शराबे के गीत-ऋषि के गृहाश्रम में सूचना और तकनीक के एक नये युग ने चुपचाप अपनी दस्तक दी, हाज़िरी दर्ज़ करायी और तामीर होने चली साहित्य की इमारत की आधारशिला, लैपटॉप पर एक क्लिक करके रख दी पद्मश्री-पद्मभूषण डॉ. गोपालदास ‘नीरज’ ने। 8 जुलाई 2011, आज मौका था साहित्य को समर्पित वेबसाइट ‘डब्लू डब्लू डब्लू डॉट नीहारिकांजलि डॉट कॉम’ की लाँचिंग का। महाकवि डॉ. गोपालदास ‘नीरज’ ने अपने आवास पर ही इस वेबसाइट एवं इससे सम्बद्ध प्रकाशन ‘नीहारिकांजलि पब्लिकेशन्स’ का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने डॉ. ललित तस्लीम की पुस्तक ‘तुम्हारे फोन की आशा में...’ का विमोचन एवं उनकी सॉफ्टवेयर कम्पनी ‘नीहारिकांजलि सॉफ्टवेयर एण्ड टैक्नोलॉजीज़’ का ऑपचारिक लोकार्पण भी किया। ‘नीहारिकांजलि डॉट कॉम’ ने नीरज को प्रथम ‘नीहारिकांजलि- लाइफ टाइम एचीवमेण्ट-2011’, उनकी महान् साहित्यिक सेवाओं के लिये समर्पित किया। इस वेबसाइट द्वारा अलीगढ़ शहर के एक और महान् साहित्यकार ज्ञानेन्द्र साज़ को भी सम्मानित किया गया। उन्हें सम्पादन के क्षेत्र में विशेष योगदान देने के लिये ‘सम्पादन सन्त सम्मान- 2011’ से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में दिल्ली से ‘नीहारिकांजलि ग्रुप ऑफ ऑर्गेनाइज़ेशन्स’ के निदेशक डॉ. ललित तस्लीम, बरेली से डॉ. राहुल अवस्थी एवं रोहित ‘हैंग’, एटा से रवी तस्लीम एवं अलीगढ़ से निश्चल शर्मा प्रमुख रूप से मौज़ूद रहे।